लेखक को लिखने से रोक सका कब कौन ।। लेखक को लिखने से रोक सका कब कौन ।।
आज लिखते लिखते लिख गया हज़ार कविता अतिसंवेदनशील में। आज लिखते लिखते लिख गया हज़ार कविता अतिसंवेदनशील में।
मेरी तन्हाई में मेरा साथ वो देते हैं मेरे अल्फाजों को बखूबी समझते हैं... मेरी तन्हाई में मेरा साथ वो देते हैं मेरे अल्फाजों को बखूबी समझते हैं...
लेखक का महत्व वहीं समझ सकते हैं जिन्हें किताबों से स्नेह और खिंचाव हो। लेखक का महत्व वहीं समझ सकते हैं जिन्हें किताबों से स्नेह और खिंचाव हो।
हिंदी को, विश्व मानचित्र पर, सजा कर आऊँगी। हिंदी को, विश्व मानचित्र पर, सजा कर आऊँगी।
परीक्षा में कदाचार का, नेताओं में भ्रष्टाचार का समाज में अन्धविश्वास का, मजबूरी में विश्वास का ... परीक्षा में कदाचार का, नेताओं में भ्रष्टाचार का समाज में अन्धविश्वास का, मजबू...